In our previous posts, we talked about Rampur Bushahr and Sirmaur Satyagraha.
Today we discuss about Kunihar Struggle a freedom movement to statehood.
कुनिहार संघर्ष (Kunihar Struggle)
8 जुलाई 1939 को इस मंडल ने राणा के समक्ष ये मांगें रखी, जिसमे
1) राजनितिक कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाये,
2) भूमि कर में 25% की कमी,
3) प्रजा मंडल पर लगा सरकारी दमन को समाप्त करना,
4) सुधार कमिटी का गठन करना !
राणा ने इन मांगों को मानने का निर्णय ले लिया और 9 जुलाई 1939 प्रमुख नेताओं के साथ वार्ता शुरू की । इस वार्ता में कुनिहार के लोग ही नहीं बल्कि धामी, भज्जी, नालागढ़, मेहलोग और बाघल तथा हिमालयन रियासती प्रजा मंडल (Himalayan Riyasti Praja Mandal) के सामान्य सचिव भी शामिल हुए । इस प्रकार यह लोकतान्त्रिक दल की पहली विजय थी ।
What is the role of pandit padam dev in kunihar struggle?
ReplyDelete